मीठा जहर: क्यों शुगर आपके स्वास्थ्य को खराब कर रहा है
इस पेज में हम आपको शुगर यानी चीनी के बारे में बताएंगे जो हमारे स्वास्थ्य के लिए मीठा जहर होती है।
मीठा जहर यानि चीनी क्या है??
इस शब्द से अगर आप एक तिनिका सा भी मनन करें और वैज्ञानिक तथ्यों पर विचार करें तो वाकिब में चीनी मीठा जहर का कार्य करता है। इस पेज में हम चीनी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। आप पेज पर बने रहे।
इस शब्द से अगर आप एक तिनिका सा भी मनन करें और वैज्ञानिक तथ्यों पर विचार करें तो वाकिब में चीनी मीठा जहर का कार्य करता है। इस पेज में हम चीनी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। आप पेज पर बने रहे।
चीनी कार्बोहाइड्रेट की संरचना जटिल है, जो मोनोसैकेराइड और डाइसैकेराइड की दो कार्बोहाइड्रेट समूहों से बनी होती है। सामान्य तौर पर शुगर मोनोसैक्कैराइड के तीन कार्बोहाइड्रेट संरचना जैसे ग्लूकोज, फ्रक्टोज व गैलेक्टोज है और इसी तरह डाईसैक्कैराइड के तीन कार्बोहाइड्रेट संरचना जैसे सूक्रोज, माल्टोज व लैक्टोज की जटिल संरचना से बनी होती है।
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Sweet poison sugar |
इन्हें भी पढ़े-
बनाने की विधि-
इसे रिफाइंड शूगर भी कहते है क्योकि इनका उत्पादन रिफाइन करने से होता है। चीनी को रिफाइन करने के लिए इसमें फास्फोरिक अम्ल, कैल्शियम हाइड्रोक्साइड, सल्फर डाईऑक्साइड और एक्टिवेटेड कार्बन उपयोग में लाया जाता है। इस रिफाइनिंग प्रक्रिया रिफाइनिंग के कारण इसमें उपस्थित सभी प्रोटीन, विटामिन, खनिज लवण, और प्रमुख एंजाइम पूरी तरह नष्ट हो जाती है। इसमें केवल मोनोसैकेराइड और डाइसैकेराइड बचता है। इसमें उपस्थित सूक्रोज जिनकी अधिक मात्रा में उपयोग करने से शरीर को नुकसान पहुंचाता है और बॉडी में अनेक बीमारियां उत्पन्न हो जाती है।
इसे रिफाइंड शूगर भी कहते है क्योकि इनका उत्पादन रिफाइन करने से होता है। चीनी को रिफाइन करने के लिए इसमें फास्फोरिक अम्ल, कैल्शियम हाइड्रोक्साइड, सल्फर डाईऑक्साइड और एक्टिवेटेड कार्बन उपयोग में लाया जाता है। इस रिफाइनिंग प्रक्रिया रिफाइनिंग के कारण इसमें उपस्थित सभी प्रोटीन, विटामिन, खनिज लवण, और प्रमुख एंजाइम पूरी तरह नष्ट हो जाती है। इसमें केवल मोनोसैकेराइड और डाइसैकेराइड बचता है। इसमें उपस्थित सूक्रोज जिनकी अधिक मात्रा में उपयोग करने से शरीर को नुकसान पहुंचाता है और बॉडी में अनेक बीमारियां उत्पन्न हो जाती है।
आइए जाने वैज्ञानिकों के मत
शक्कर एक तरह का जहर है जो कि मूख्यतः मोटापे, हृदयरोग,सभी तरह के दर्द व कैंसर का कारण है इश्लिये इसे भारतीय समाज मे सफेद कैंसर भी कहा जाता है। जो शरीर मे मीठा जहर के भाँति कार्य करता है।
डाॅ0 एरान कैरोल तो स्वीटनर से भी चीनी को ज्यादा नुकसानदेह बताते हैं ।
डाॅ0 लस्टींग ने अपनी वेब साईट डाॅक्टर में इसे विष कहा है
डाॅ0 बिल मिसनर ने इसे प्राणघातक शक्कर-चम्मच से आत्महत्या बताया है
शक्कर एक तरह का जहर है जो कि मूख्यतः मोटापे, हृदयरोग,सभी तरह के दर्द व कैंसर का कारण है इश्लिये इसे भारतीय समाज मे सफेद कैंसर भी कहा जाता है। जो शरीर मे मीठा जहर के भाँति कार्य करता है।
डाॅ0 एरान कैरोल तो स्वीटनर से भी चीनी को ज्यादा नुकसानदेह बताते हैं ।
डाॅ0 लस्टींग ने अपनी वेब साईट डाॅक्टर में इसे विष कहा है
डाॅ0 बिल मिसनर ने इसे प्राणघातक शक्कर-चम्मच से आत्महत्या बताया है
शुगर स्वास्थ्य के लिए मीठा जहर क्यो?-
चीनी खाने पर उसकी आदत नशीले पदार्थ की तरह बनती है । लेकिन इनके अधिकाधिक प्रयोग से आपको इनके गम्भीर परिणाम झेलना पड़ सकता है। हम जो चीनी बाहर से भोजन बनाने जैसे अनेको कार्य में उपयोग करते हैं वह विष का कार्य करती है । यह शरीर के लिए प्राणघातक सिद्ध हो सकता है ।
चीनी खाने पर उसकी आदत नशीले पदार्थ की तरह बनती है । लेकिन इनके अधिकाधिक प्रयोग से आपको इनके गम्भीर परिणाम झेलना पड़ सकता है। हम जो चीनी बाहर से भोजन बनाने जैसे अनेको कार्य में उपयोग करते हैं वह विष का कार्य करती है । यह शरीर के लिए प्राणघातक सिद्ध हो सकता है ।
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Sugar |
आइए देखें शूगर आपके स्वास्थ्य के लिए आखिर मीठा जहर क्यो है??
1) शुगर के अधिक उपयोग से बॉडी में डायबिटीज और इम्यून सिस्टम कमजोर होने जैसी समस्याएं होती हैं।
2) पेय पदार्थों, मिठाइयों के सेवन से परहेज करें क्योंकि इन प्रोसेस्ड डिब्बाबंद फूड में चीनी की मात्रा अधिक होती है जो स्वास्थ्य के लिए अति हानिकारक होते है।
3) चीनी की अधिक मात्रा इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। इस इन्सुलिन के बढ़ने ट्यूमर के बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है जो अनेक ट्यूमर कैंसर के विकास के फलस्वरूप हो सकते है।
4) चीनी की अधिकता के कारण मेटाबॉलिज्म से जुड़े रोग जैसे उच्च कोलेस्ट्रॉल, इंसुलिन रेजिस्टेंस और हाई ब्लड प्रेशर होते हैं।
5) रिफाइंड चीनी जो स्वास्थ्य के लिए अधिक हानिकारक है यह मस्तिष्क में केमिकल रिएक्शन दिखाता है जो बॉडी हॉर्मोन में सेरेटोनिन का स्त्राव करता है। चीनी लेते समय कुछ देर अच्छा महसूस कराने के पश्चात ही डिप्रेशन, थकान, चिड़चिड़ापन, जिमचलन जैसे अनेक समस्याएं दिखाता है।
6) चीनी का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट व शरीर के कई हिस्से पर वसा का जमाव हो जाती है, जिससे मोटापा और दांतों के सड़ने जैसी समस्या होती है।
7) चीनी का अधिक सेवन बॉडी में अधिक कैल्शियम सोखने लगता है, जिनका असर बालों, हड्डियों, खून व दांतों पर पड़ता है।
8) अधिक चीनी या चाय के सेवन से पाचन तंत्र कमजोर, नींद न आना और भूख न लगने जैसे परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
9) चीनी के अधिक सेवन से शरीर में विटामिनB की कमी हो जाती है। जिसके कारण तंत्रिका तंत्र का कार्य कमजोर पड़ जाती है।
इन्हें भी पढ़े-
चीनी के विकल्प
1) चीनी की जगह गुड का करें सेवन
चीनी की जगह गुड़ का सेवन करना बॉडी के लिए बहुत ही लाभकारी है। गन्ने में पारंपरिक विधियों का प्रयोग भारतवर्ष में लंबे समय से करता आ रहा है। पारंपरिक विधि से गुड़ की पोषक तत्व बनी रहती है। जिसके कारण यह स्वादिष्ट, इम्युनिटी और पोषक तत्वों से भरपूर एवं अनेकों बिमारिओ को समाप्त करता है। ध्यान रहे डायबिटीज के मरीज को गुड़ खाना भी शूगर जितना ही हानिकारक है।
चीनी की जगह गुड़ का सेवन करना बॉडी के लिए बहुत ही लाभकारी है। गन्ने में पारंपरिक विधियों का प्रयोग भारतवर्ष में लंबे समय से करता आ रहा है। पारंपरिक विधि से गुड़ की पोषक तत्व बनी रहती है। जिसके कारण यह स्वादिष्ट, इम्युनिटी और पोषक तत्वों से भरपूर एवं अनेकों बिमारिओ को समाप्त करता है। ध्यान रहे डायबिटीज के मरीज को गुड़ खाना भी शूगर जितना ही हानिकारक है।
चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल कर सकते है। शहद पोषक तत्वों से भरपूर होती है। जो बॉडी में इम्यूनिटी बढ़ाता है।
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Honey |
ग्रीन टी के नियमित सेवन से कई तरह की बीमारियों के होने की सम्भावना से बचा जा सकता है। ग्रीन टी वजन नियंत्रण, कैंसर नियंत्रण, हृदय रोग नियंत्रण, पाचन शक्ति मजबूत करता है इश्लिये सामान्य चीनी चाय की जगह ग्रीन टी का इस्तेमान फायदेमंद सिद्ध हो सकता है।
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Green tea |
4) चीनी के जगह स्टेविया का सेवन
स्टेविया सामान्यतः चीनी से 300 गुना अधिक मीठी होती है ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखता है। यह चीनी की प्रमुख कृत्रिम विकल्पों में से एक है।
5) प्राकृतिक मीठा फलों का सेवन
आप जितनी कम चीनी खाएंगे, उतने ही स्वस्थ रहेंगे। मधुमेह पीडि़तों को चीनी का कम सेवन करना चाहिए। प्राकृतिक मिठास जैसे गुड़, खजूर, किशमिश, शहद, अंजीर और फलों का सेवन करें। इससे शुगर, ब्लड में धीमी गति से औऱ कम तेजी से बढ़ता है।
आप जितनी कम चीनी खाएंगे, उतने ही स्वस्थ रहेंगे। मधुमेह पीडि़तों को चीनी का कम सेवन करना चाहिए। प्राकृतिक मिठास जैसे गुड़, खजूर, किशमिश, शहद, अंजीर और फलों का सेवन करें। इससे शुगर, ब्लड में धीमी गति से औऱ कम तेजी से बढ़ता है।
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Sweet green vegetable |
इन्हें भी पढ़े-
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